[ad_1]
अश्वगंधा एक आयुर्वेदिक औषधि है जिसके कई फायदे होते हैं. लेकिन ज्यादा मात्रा में लेने पर या कुछ हेल्थ प्रॉब्लम्स में लेने पर यह नुकसान पहुंचा सकती है. इससे गैस, अफरा, उलटी, दस्त, ज्यादा नींद आना जैसी समस्या पैदा हो सकती हैं. तो आइए जानते हैं इसके दुष्प्रभावों के बारे में.

अश्वगंधा एक गुणकारी औषधि है इसके सेवन से कई शारीरिक समस्याओं और रोगों से बचने में मदद मिल सकती है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटी स्ट्रेस व एंटीबैक्टीरियल एजेंट होते हैं. जो आपके इम्यून सिस्टम को बेहतर करने व अच्छी नींद लाने वाले गुणों के भरपूर होते हैं. इसलिए, गुणों से भरपूर अश्वगंधा के कई फायदे होते हैं. लेकिन यह हर किसी को फायदा नहीं करता है, ज्यादा मात्रा में लेने पर या कुछ हेल्थ प्रॉब्लम्स में लेने पर यह नुकसान भी कर सकता है. तो आइए जानते हैं इसके दुष्प्रभावों के बारे में.
अश्वगंधा के नुकसान-
नींद की समस्या में
अश्वगंधा में जो कम्पाउंड होते हैं वे दिमाग को एक्टिव कर देते हैं. तो ऐसे में अगर आपको नींद न आने की परेशानी है तो आप रात के समय अश्वगंधा खाने से बचें क्योंकि यह नींद में बेचैनी या नींद न आने की समस्या दे सकता है.
वीक इम्यून सिस्टम
एक तरफ जहां अश्वगंधा कई बीमारियों से बचाने का काम करता है वहीं इसके ज्यादा इस्तेमाल से आपके अंदर बीमारियों से लड़ने की क्षमता कम हो सकती है. इससे दवाओं का असर भी नहीं होता है.
कम बीपी
जिन लोगों का बीपी कम होता है उन्हें अश्वगंधा लेने से बचना चाहिए. क्योंकि यह बीपी को और कम कर सकता है.
डायबिटीज में
वैसे तो डायबिटीज के रोगियों के लिए अश्वगंधा बहुत फायदेमंद होता है, लेकिन तब जब आप डायबिटीज की दवाएं नहीं ले रहे हों. अगर आप दवाओं के साथ अश्वगंधा का इस्तेमाल करते हैं तो यह आपके लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है. वहीं ऐसे लोगों को भी अश्वगंधा नहीं लेना चाहिए जिनका शुगर लेवल को कम हो. यह लो शुगर की समस्या को और बढ़ा सकता है.
पेट दर्द की समस्या
अश्वगंधा की पत्तियों का ज्यादा इस्तेमाल आपके पेट के लिए नुकसानदायक हो सकता है. इससे आपके पेट में दर्द, दस्त, उल्टियां, पेट गैस जैसी समस्यां हो सकती हैं.
शारीरिक तापमान बढ़ने की समस्या
अश्वगंधा कुछ लोगों के शरीर में उल्टा रिएक्शन करता है. इससे शरीर का तापमान बढ़ जाता है, जिस कारण आपको बुखार, शरीर दर्द, हो सकता है. अगर आपको ऐसी समस्याएं हो रही हैं, तो आप अश्वगंधा के इस्तेमाल को बंद कर दें.
थाइरॉयड में
अश्वगंधा थाइरॉयड हॉर्मोन के लेवल को बढ़ा सकता है. अगर थाइरॉयड के पेशेन्ट्स इसे लेते हैं तो प्रॉब्लम और बढ़ सकती है.
गर्भवस्था में
प्रेगनेंसी एक ऐसा समय होता है जब कुछ भी खाते समय बहुत सी सावधानियां बरतने की जरूरत होती है. गर्भावस्था में अश्वगंधा के सेवन से बचना ही बेहतर होता है. अगर प्रेग्नेंट महिला अश्वगंधा लेती है, तो एस्ट्रोजन हॉर्मोन का लेवल बढ़ सकता है, जो ब्लीडिंग या सिरदर्द जैसी समस्याएं दे सकता है.
रिलेशनशिप में इन बातों का रखेंगे ध्यान तो नहीं आएंगी दूरियां, रिश्ता बनेगा मजूबत
[ad_2]
Source link
- COVID case rates hit new high for England, study finds - April 7, 2022
- Govt’s focus on affordable healthcare ensured significant savings for poor, middle class: PM Modi - April 7, 2022
- SRL Diagnostics and Skye Air Mobility collaborate to transport pathology samples using drone logistics - April 6, 2022
- Healthineers sets up new production line of CT scanners in Bengaluru under PLI scheme - April 6, 2022
- Lupin inks licensing pact with Alvion to market drugs in Southeast Asia - April 6, 2022
- Yoga Mahotsav: Ayush Ministry to organise event to demonstrate common yoga on World Health Day - April 6, 2022
- LordsMed forays into the medtech space with launch of health ATMs ‘Lords Sehat’ - April 5, 2022
- ‘Friendly viruses’ can be the next big thing in the history of medical research and more - April 5, 2022
- No setback to Bharat Biotech even as WHO suspends Covaxin UN supply: Sources - April 4, 2022
- Govt panel recommends Serum’s Covovax dose for kids aged 12 and above - April 4, 2022